मना
मना
सुप्त मना
गुप्त मना
उदार मना
कृपण मना
कोत्या मना
रित्या मना
भोळ्या मना
हळव्या मना
निर्भय मना
भेकड मना
निर्मळ मना
प्रेमळ मना
खेळ मनाचेच सारे
शून्य सर्व मनाविना
मन ग्रहणाचे साधन
सर्व तुला शरण मना
रविंद्र शेणोलीकर
सुप्त मना
गुप्त मना
उदार मना
कृपण मना
कोत्या मना
रित्या मना
भोळ्या मना
हळव्या मना
निर्भय मना
भेकड मना
निर्मळ मना
प्रेमळ मना
खेळ मनाचेच सारे
शून्य सर्व मनाविना
मन ग्रहणाचे साधन
सर्व तुला शरण मना
रविंद्र शेणोलीकर
Comments
Post a Comment